लिख दूँ पैगाम...के शुभ दिन आया है। जाओ मेरे अल्फ़ाज़ों...भर दो ख़ुशियाँ इक इक पल में, मेरे अनुज का जन्मदिवस आया है। क्या लिख भेजूँ उसे.. मुझे समझ नहीं आता है, बात करता हूँ एयर बैग वाली कार की वो पगला उसकी बनावट सुनाने बैठ जाता है। गर बात हो छुट्टियों में घर आने की, हफ्ते भर पहले से ही .... उसका मन यहाँ चला आता है जानता हूँ छोटे .....गृह-विरह तुम्हें बहुत सताता है। हैं सारी कठिनाइयाँ जीवन की, मगर इन सबसे दूर तुमने इक सपना पाल रखा है... खुश हूँ इस बात से मैं, कि मंज़िल को दूर रख..... तम्हे रास्तों पर चलना भा गया है हाँ! मंज़िल तो एक दिन आएगी ही.... तमने छोटे-छोटे लम्हों की खुशियाँ बटोरकर अपना जीवन संवार रखा है। शुभ दिन है आज, है मेरी यही कामना..... मिलें तम्हें खुशियाँ तमाम.... पूरी हों सब ख़्वाहिशें.... न आये कभी तुम्हारे जीवन में शाम। जन्म दिन मुबारक अर्पित तुम्हारा भाई #Happy_birthday_Arpit