न किसी से कोई गिले शिक़वे हम तो उस राह के मुसाफिर है जहाँ सिर्फ प्यार है पलते तुम भी चुन लो उस राह को क्यों इंसान इंसानों के गला है घोटते इतिहास गवाह है आज तक इंसानियत बैर से किसी को कुछ न मिला है बर्बादी और ज़िल्लत के सिवाय तो छोड़ो ये बैर के किस्से सभी, प्रेम-सुख-शांति के दीप जलाओ. सुप्रभात। जिस हृदय में किसी के लिए वैर नहीं होता उस हृदय में सुख निवास करता है। #नहींवैरमुझको #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey #सुचितापाण्डेय किसी से नहीं बैर मुझको न किसी से कोई गिले शिक़वे