(परिवार...) 15 थी वो तारिख...। जिस दिन मै इस दुनिया मे आया.....। माँ ने सिने से पिता ने गोद मे उठाया....। पूरे अस्पताल मे पिता ने जस्न मनाया....। क्योकि मै आया मै आया.....। नन्हे नन्हे पाओ से माँ को खुब सताया....। जब भी उठाया गोद मे उन्हे खुब भिंगोया....। फिर भी माँ ने सिने से लगाया...। हर वक्त प्यार लुटाया....। क्योकि मै आया मै आया....। नन्हे नन्हे पाओ को पिता ने चलना सिखाया....। जब लगी ठोकर तो गोद मे उठाया...। गिर कर भी पिता ने सम्भलना सिखाया....। गिर के भी पिता ने चलना सिखाया....। हर वक्त प्यार लुटाया...। क्योकि मै आया मै आया....।। हर्ष वर्धन 💐 परिवार....