वो स्कूल के दिनों में कैसा था मस्त जीना वो बचपन के दिनों का मासुम याराना वही छोटी-बड़ी नोकझोंक वो शरारतें वो मस्तीयाँ , खेलना-दौड़ना और दौड़ाना मुझे आज भी याद है वो घंटों तक शतरंज खेलना ट्रुथ और डेयर वाले खेल में ऊटपटांग डेयर देकर फंसाना वो चालु क्लास में हँसी भरे जोक्स सुनाकर हँसाना और वो दोस्तों को बचाने खुद मार खा जाना वो क्लास रूम साफ करने के बहाने बेंचों पर कूदना और कुछ दोस्तों का मेरी चोटियों में लगी रिबन खिंच कर मुझे तंग करना वो एग्जाम केे समय मासूम सी शक्ल बनाकर जवाब पूछना कुछ भाइयों का राखी बंधवाने के बाद पैर छूते समय चींटी काटकर भाग जाना और वो दोस्तों से झगड़ा कर रूठ जाना और दुसरे ही पल कट्टी से दोस्त बन जाना चपरासी से लेकर शिक्षकों तक मशहूर था हमारा अफसाना Sachhi mein vo school ke din gajab ke the😁 And asli mja to sarkari school mein padhne mein aata hai😂kyuki vha ke teacher log sarkari kaam mein jyada busy rehte so,apna school apni marji chalti hai😂 Aese to bahut kuch kisse hai par likh na sakte😁 #kkकविसम्मेलन #kktigressgirl #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़