1st page **शराब और घर** दरवाजे की ओंठ से बेटी, बाप को देखती हे नशे मे चूर बाप से सिसकर, शराब छोङने के लिए कहती हे कहानी..... मां की आदत-सी हो गई हे इसे अपना नसीब मान चुकी हे जिंदगी चाहे मुश्किल क्यू ना हो उम्र भर साथ गुजारने की ठान चुकी हे हर शाम की शुरूआत कुछ इस तरह से होती हे पहले खाने की बुराई फिर बे-वज़ह लङाई होती हे P.T.O #likhty_likhty_aankho_m_aansoo_aa_gyee_thy_.❤.Ek bar jaroor pdy.. 2nd page pr bi jaaye...🙏