ज़िन्दगी तुम्हारे माथे पर हुनर की दीप्ती, जरूर प्रस्फुटित होगी एक दिन। किसी की परछाई के साये में मशगूल न होकर जीने का खुद की तदबीर तो बुनों। @आशुतोष यादव #हुनरकोपहचानो #हुनर_किसी_का_गुलाम_नहीं #तदबीर #दीप्ती Sudha Tripathi sheetal pandya मेरे शब्द