अरे आ जाओ,हंस लो दुनिया वालों, कोई रह न जाए, आजा तू भी आजा आगे, कहीं कोई पीछे रह न जाए, क्या इल्म है दिल बड़ा है, आपके शिकार रिशु का? खड़ा रहेगा दिलेरी से,कि आखों से कोई अश्क बह न जाए आप दो चार हंस भी लोगे तो कोई दर्द नही होता अब, और आजकल तो जिल्लत की किल्लत सी महसूस हो रही है, मैं तो कहता हूं, निकालो कोई तरीका नया मुझे बुझाने का, जल्दी करो कुछ,यह बुझी हुई राख, फिर से फानूस हो रही है #yqbhaijan #yqdidi #जिल्लत_किल्लत #फर्क_नहीं_पड़ता