दशहरे का ये दिन प्यार से मनाया जाता है, रावण है अगल-बगल; फिर एक रावण को क्यू अग्नि में फेका जाता है, पाप-पुण्य ये खेल नही फिर; एक दिन में सब रावण को कैसे मारा जाता है, सब टीके हैं अपनी बातों पर; सिखलाया ये दुनिया बस इस रावण को अग्नि में झोका जाता है। #सिद्धान्त Dussehra is only one day festival but what about remained 365 days...In 365 days generation of more than 365 Raavan's.