एक हद तक दर्द सहने के बाद इंसान खामोश हों जाता हैं और फीर ना वों किसी से शिकायत करता हैं और ना हीं किसी से उम्मीद रखता हैं..!! ©Sarfaraj idrishi एक #हद तक #दर्द #सहने के बाद #इंसान #खामोश हों जाता हैं और फीर ना वों किसी से #शिकायत करता हैं और ना हीं किसी से #उम्मीद रखता हैं..!! Sudha Tripathi