पूरी दुनिया बोल रही है, बोल चुकी है सारे भेद, विकारों को कह खोल चुकी है गुहालेख है, शिलालेख है, ताम्रपत्र है भावाव्यक्ति चारो ओर ही यत्र-तत्र है लिखा जा चुका सबकुछ, अब क्या बचा शेष है मैं सोच रहा मेरे लिखने में क्या विशेष है कहा जा चुका है सब कुछ ही, क्या बाकी कहना मौन ही साथी मेरा, हमको चुप ही रहना ©Manaswin_Manu #nojotohindi #Meditative #Realisation #Manaswin_Manu #nojotohindi #Realisation #Meditative #Manaswin_Manu