White वो समझे दर्द मेरा भी मैं बस ये चाहती हूॅं । वो गुज़रता है जिस तकलीफ़ से मैं भी तो उसी तकलीफ़ से गुज़रती हूॅं। और चाहती ही क्या हूॅं मैं उस से, बस ज़रा सा वक़्त ही तो चाहती हूॅं । उस से जुड़ी मेरी उलझनों को वो सुलझा दे ये उम्मीद मैं उस से रखती हूॅं । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #ummid #nojotohindi #Quotes #30Sept