Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat अंधेरे को अंधेरा नहीं मिटा सकता। उसको रोशनीं की ज़रूरत होती है। राह के अधेरों में कहीं गुम ना हो जाना। ओढ़नी में रोशनीं ज़रा धुआं सी दिखती है। ओस की बूंदों में ज़रा कोहरा सा लगता है। दिल में डाक की टिकते छपती ही नहीं। हाथों की कठपुतली बन कला जला दी मैने। राबता सदियों पुरानी बात कहीं कोई टिप्पणी न करें। आंधी आधी कीमत के आधार पर इंसास बिकते है। ज़मीर कहां आवाज़ सुनता है उनका। अंधेरों को उजाला मिटाना था। रोशनी को रास्ते पर पड़े पाते चमकते रहेगें। अंधे कानून में बदलाव अच्छा लगता है। #cinemagraph #feeling #mythoghts #yqdidi #yqbaba Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat अंधेरे को अंधेरा नहीं मिटा सकता। उसको रोशनीं की ज़रूरत होती है। राह के अधेरों में कहीं गुम ना हो जाना। ओढ़नी में रोशनीं ज़रा धुआं सी दिखती है। ओस की बूंदों में ज़रा कोहरा सा लगता है।