ठीक ही कहा है तुमने हम ही गुरूर कर बैठे थे हम तो थे भीड़ दुनिया की और खुद को अलग समझ बैठे थे अपने एहसासों को मन मे दबाए दुनिया भर की बातें करते थे अब बात समझ मे आई हमको कितना सही हम करते थे जब तुमने जताया तो औकात समझ आई बेफिजूल ही खुद को एहमियत दे बैठे थे #बात #एहमियत #एहसास #ठोकर #गुरूर #hurts #overexpectations #yqbaba