क्या मैं एक शायर हूंँ चिंतन का विषय बन गया, मैं लिखती गई जज्बात मेरे, लोगों ने 'शायर' नाम दिया। जब ख्याल आया क्या लिखती हूंँ मैं: एक बार अपनी लेखनी पर फिर से नज़र घुमाया, एहसासों तले दबे अल्फ़ाज़ों को उभर के बाहर पाया, तब खयाल आया, वाह रे किस्मत होठों पर था ताला, पर अपनी कलम को स्वतंत्र पाया। आंसुओं की स्याह भर, जब कागज़ से रिश्ता निभाया, वफादारी निभा गए दोनों, भावनाओं में हो तर, ' शायर'लोगो ने हैं बुलाया। क्या मैं इक शायर हूँ ...!! ✍ #yqbaba #yqdidi #yqhindi #life #bokul #shayar #diary #YourQuoteAndMine Collaborating with Bokul