वो सुनसान अकेली पहाड़ी पर जब चाँद की सफेद रोशनी पड़ती है जैसे पुलकित हो उठती है वो उसकी चमक देख के लगता है धूप की तपिश में शीतलता आ गयी हो मेरी खिड़की से दोनों कितने करीब दिखते है जब चाँद छिप जाता है पहाड़ी के पीछे तो एक जिस्म दो जान हो जैसे लेकिन हक़ीक़त कुछ और है दोनों बहुत दूर है देख तो सकते है.. छू नही सकते पा नही सकते बिल्कुल वैसे जैसे मैं और तुम। #nammy27 #collab #yqdidi #बहुतदूर #मैं_और_तुम