कितनी ख़ुश-फ़हमी में मेरा दिल जीता है, देखकर नज़रंदाज़ियाँ कर रहा है नज़रंदाज़, करते हैं फ़िक्र गर, तो रखते दिल के क़रीब, यूँ समझकर भी समझ नहीं रहा है अंदाज़। _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "फ़हम" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: