बात बस इतनी सी थी कि, मैं सपने देखने लगा; लोगों की भीड़ से हट के चलने लगा महसूस करने लगा आग वो, जो बरसो से जल रही थी! बस इसलिए ख़ुद को ख़ुद तक समेटने लगा। शिकवा ना था मुझे लोगों से पर अब शिकायत ख़ुद की ख़ुद से करने लगा हूँ, वक़्त की किमत वक़्त से ही सीखने लगा हूँ; बस इसलिए भीड़ से हट के चलने लगा हूँ!!!!! #SattuVani #Me #myself