क्या है सितम कैसे कहूँ, तुझ बिन अब मैं कैसे जियूं। तू जो कह दे तो चलूँ मिलाकर क़दम से क़दम। कुछ तो है जो कहना चाहूँ, पर कहते कहते भी कह ना सकूँ। वो जो बात है अंदर तू मोड़ के बैयां मुझसे सुन जा रे। साँसों में मेरी तू घुल सा गया, तुझसे अब है कैसी हया। फ़िर भी मन को है लगता सदा है ये एक भरम! Again wrote some "Jashn-E-Bahara" feelings!💜 Aaj bahar chhai hai dil par!🌈❤️ #yqbaba #yqdidi #yqshayari #yqbhaijan #jashnebahara #ishq #zindagi #life