सवेरा है तू हर सहर का, सुकून है तू हर पहर का, आ कर लें मिल के, दो बातें, इक पल तो तू ठहर जा। कभी तुम चुप हो रहते , कभी मैं खामोशियाँ सुनता। कभी तुम में तुम नहीं मिलते, कभी मैं मुझ सा ना रहता। #Tummeintum series #yqbaba #yqdidi #ohhpoetry