ये लोगो की बुनियाद है या किसी और कि याद है पहले भी थे सब अब भी है वो जो भी है बरबाद है हम रुक जाते थे कहते कहते जो बरसो बीती बात है वो पल भी पल में सिमट गया ज़िंदा ख़ाली जज़्बात है वो वहम था मन का ज़हन गहन है जो भी है वो आज है वो मुर्दों का मसीहा था या कर्मो का हिसाब है अब आग लगी है पानी में ये आग का सैलाब है वो प्यार का पर्बत ठंडक देगा हसरत का फ़ैलाव है ज़हर का जो जुमला है वो धर का ही ज़ुकाव है और कोई नही उस दर्पण में ये तेरा ही नकाब है गौर करे हालातो पर रब ऐसे ही बदनाम है हम करते सब कुछ खुदसे है आता खुदा का नाम है #Dharmuvach✍ #यकहिन्दी #yqdidihindi #yqquotes #yqbaba #dharmuvach #dharm_desai #silent_sinner