उसकी चेहरे को निहारे थकता नही हूँ अब भी, आसमां ऊपर है कफन से ढकता नही हूँ अब भी, धीरे धीरे मिट्टी सरक रही है मेरे आँखों के ऊपर, बक्श दे मुझे ऐ मौला सूली चढ़ा नही हूँ अब भी, ©Satvir Singh जिंदगी। #spark #जिंदगी #कफ़न #निहारते #मिट्टी #सूली