हमें दूसरे दर्द दे, तो कोई फर्क नहीं पड़ता है ,।। फर्क तो अपनो के दिए, जखमों से होता है।। गेरो में इतनी ताकत नहीं , की वो हमे रूला सके, मगर हमें तो अपने ही मुस्कुराहट के, चादर के पीछे रूला गए।। khushi mere ehssas.a shabd.. gd mg