आज फिर से उम्मीद जाग उठी है कल जो बिछडे थे वो लौट आएंगे जिनके कहने भर से हम मुस्कुरा उठे थे आज फिर से उनकी याद हमे सता रही है जिनका शायद मिलना ही नसीब मे नही है आज फिर से उनसे रूबरू होने का मन बना है आज फिर उनकी यादो मे हम रो उठे है आज फिर क्यू ........... #yaadein