लेकर खड़ी हूं राखी की थाली इस बार भी मुझे रुलाओ ना चुनिया मुनिया खुश है देखो भैया इस बार आप भी घर आओ ना रुठे हो क्या अपनी बहना से बहना को ऐसी तो मत भूलओ ना गुड़िया गुड़िया कहते थे ना मुझे को फिर से गुड़िया गुड़िया बुलाओ ना बचपन की वाह यादें लेकर भैया जल्दी से अब तो घर आओ ना पवित्र बंधन के इस त्यौहार का फर्ज जो है आ के निभाओ ना चंदन कुमकुम का तिलक लगाकर कलाई पर राखी बंधवा आओ ना नहीं चाहिए मुझको पैसा कुछ भी भैया बस आप ही घर आओ ना मां पापा कहते हैं मैं हूं पराई आकर कुछ इनको समझाओ ना भाई बहन का रिश्ता छूटे ना छूटे आकर तुम कुछ इन्हें बताओ ना बिखरी हुई उदासी है जो चेहरे पर भैया जल्दी आकर इसे मिटाओ ना लेकर खड़ी हूं राखी की थाली इस बार आप भी घर आओ ना इस बार आप भी घर आओ ना...!! Happy Raksha Bandhan. :) Write and dedicate a letter to your sibling. #happyrakshabandhan #rakhi #dearsibling #letters #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Baba #रोhitsingh #painkiller