#OpenPoetry तुम्हे देखकर न जाने क्यों दिल ये मेरा घबराता था, तुम्हे देखने सबसे पहले रोज मैं स्कुल आता था । तुझे खोने का डर हमेशा मुझे सताया करता था, पास तेरे आता ही न था दूर ही जाया करता था। (ना जाने ...) कई बार रोका है खुद को करीब तुम्हारे जाने से, डर हमेशा से ही था ऐसे रिश्तो को आजमाने से। तकलीफे वो तुम्हारी जो तुम सिर्फ मुझसे बया करती थी, लगता था तब ऐसा तुम सिर्फ मुझसे प्यार करती थी । याद है तुमको वो नदी, जहा हुई पहली मुलाकात, तेरी लहराती उन जुल्फों ने दि थी मुझको प्यारी सौगात। कर रहा हु कोशिश इस दर्द से दूर मैं जाने की, याद आती है तेरी वो बाते , हमेशा साथ निभाने की । नही थी पहले आदत ऐसे किसी सहारे जीने की खुद में ही रहता खुश हमेशा नही थी आदत पीने की। #OpenPoetry #10year_story #pain #life #love #feel_alive.