दुःख बा अपार माई, कहत ह लोर हो, ना छोरअ माई लईका के डोर हो, थाम के रखअ माई जिनगी के डोर हो, कईसे निकाली माई, आपन दिल के सूल हो, दुःख बा अपार माई, कहत ह लोर हो, मनवा अन्धेरवा में भटकत ह माई हो, करदअ किरपा माई तू अपार हो, रोसनी के करदअ माई तू बउछार हो, नईया लगा द माई तू पार हो, दुःख बा अपार माई, कहत ह लोर हो, दुःख बा अपार माई, कहत ह लोर हो #कविमनीष #NojotoQuote #कविमनीष