मानव तेरी इंसानियत सियासत की गलियों में बह गई है। तेरी मुबारकबाद और शुभकामनायें बस इश्तेहारों में रह गई है। ©parveen mati मानव तेरी इंसानियत सियासत की गलियों में बह गई है। तेरी मुबारकबाद और शुभकामनायें बस इश्तेहारों में रह गई है।। परवीन #नंबर #नई #जिंदगी