ना जाने कैसा ये मंज़र है ना जाने कैसी ये कड़वाहट है दूर तक फैला दुनिया का मेला है बस उनसे मिलने की छटपटाहट है ज़िदगी को कहाँ कोई समझा है बड़ी उलझी सी इसकी बनावट है चंद लफ्ज़ों की ये अधूरी कहानी है बड़ी आड़ी-तिरछी इसकी लिखावट है... दूर दूर तक... #दूरदूरतक #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi