चप्पल ने जूते से हंसते हुए कहा मैंने तेरी तरह गुलामी को नहीं सहा कदमों में बड़ी मस्ती से मैं जीया तेरी तरह कभी फीतों से नहीं बंधा मेरी सादगी का बड़ा नाज़ है मुझे हर बार पानी से साफ सुथरा किया क्रीम पालिश के दिखावे में तेरी तरह मैं कभी ना उलझा लेडिज जेंट्स सभी ने चाहा अमीर गरीब सबने मुझे निभाया सडे जुराबों में तू कैसे रहता है जूते! ऐसे में दम नहीं घुटता है? - बलवंत मेहता ©Balwant Mehta #हास्य #हास्यकविता #कविता #Nojoto #नोजोटो #चप्पल #जूते