#OpenPoetry उनके मेहंदी लगे हाथों की छुवन भर से हम जैसे दरख्तों में नया फूल सा खिलता है घबराहट सी होती है अक्सर उसकी बातों से और उसी की ज़ुल्फ़ों में आराम सा मिलता है #NojotoQuote #OpenPoetry #HasanVairagi