दिमाग की लगी पर, बस तेरी ही कमी थी। तू है तो जुदा मुझसे, बस बास बसा कवि है। जगा तेरे ख्यालों से, बस दिल में कौवी है। पलकों की दीवार पर ,चढ़ी तन्वी है। जबसे पाया है तुझको,दिमाग में दही जनी है। सेहन में साथ मेरे ,दिमाग खा रही जो तनी है। छोड़ दो डोर को ,धड़ाम गिर पड़ी तेरी हनी है। जैसे मै सपेरा कोई, तुझे दांत तुड़वाने कड़े है। हौली सी सीरत तेरी,जैसे तू कोई झड़ी है। ख्याल के पलों में , आंखें तुमको तड़ी है। मुसाफिर हो तुम,फिर कैसे लगी कुड़ी है। उनमें पड़े रहे , बस इतनी सी पूर्ति है। शिनाख्त नहीं नब्ज की, इश्क की कीर्ति है।। #yqbaba #yqdidi #yqmotabhai #yqcollb #yqgujrati #yqlove #yqshayry तुम्हीं हो खुदा मेरे बस तुंही नबीं है #YourQuoteAndMine Collaborating with s farali (બકા)❤