कश्ती चल रही है, साहिल पर भरोसा मत कर तू तूफ़ान अनगिनत आने है, पतवार संभाल कर तू साहस रख,धैर्य से मुकाबला कर इन तूफ़ानों का तू विपरीत कर्म ना कर, कर्म कर बस वीरों उचित तू 🌝प्रतियोगिता-218🌝 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 27👍🏻 ✨✨आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्दों की सीमा इस चित्रपट पर ही जो अंकित हो सके उतनी रहे I ✨✨ 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।