नफरत के किस्से, तुम चाहे जितनी बार लिखो मोहब्बतों की लासानी तहरीरें हम हर बार लिखेंगे। बंटवारे के किस्से चाहे तुम जितना याद करो हम उस बंटवारे के वक़्त उठती दीवारों के गिरने की अनगिनत कहानी याद करेंगे। ये हमारा हिंदुस्तान है हमसब हिंदुस्तानी हैं तुम मज़हब के नाम पे तोड़ो हम भाईचारे का पैग़ाम ही देंगे। #साम्प्रदायिक सौहार्द #independenceday2020