वज़्न:: 212 212 212 212 छोड़कर साथ वो दूर जाने लगे वो गुनहगार हमको बताने लगे रास आई न उसको शराफ़त मेरी वो सितमगर हमें अब बनाने लगे सौंप दी थी जिसे जान अपनी कभी भूल कर वो हमें अब सताने लगें मिल रहा है सुकूँ ग़ैर के साथ में ग़ैर को ज़िन्दगी में बसाने लगे हौसला ज़िंदगी का जिसे था दिया मौत बनकर हमें वो मिटाने लगे #heartbeat_the_earth #nitkikalam #nitquote #Bahr #gazal #shadesoflife