तेरे दर पर आकर सर..हमने भी झुकाया हैं..! तेरा पता नहीं मिलता.. तूं कहां समाया हैं..! हर दीन-दुखी में तूं.. बच्चों की हंसी में तूं.., रहता हैं कहां पर तूं.. कहां का पता बताया हैं..!! -------अमित #रब #सूफी