इन निसाबों की किताबों में कहीं लिखा नहीं ज़िन्दगी तेरी सी सूरत इनमें तो देखा नहीं... उम्र भर पढ़ता रहा तालीम ये कैसी मिली मोहब्ब के रंगीं बस्ते में संगीन ये कैसे मिली ख़त लिखोगे तेग से तो ख़ूने जिगर होगा ही जंग के मैदान में कलम-कलम की है ठनी सुना था मैंने सदियों से ख़्वाब देखता है आदमी ज़िन्दगी! मौत के मातम का हिसाब तो नहीं #toyou #yqlove #yqdreams #yqdeception #yqdyingsun #yqreflections