ये चार दिवारें पुछती है मुझसे, कोई आता नहीं... अकेलापन तेरा ये हमसे देखा जाता नहीं, क्यों तेरे पास कोई आता नहीं... लिखते है पैग़ाम उन्हें बुलाने को, परन्तु जवाब में वो कभी आता नहीं... कि अब ये तन्हाई का आलम सहा जाता नहीं... ये ख़ाली सोफ़े शिकायत करते हैं कोई आता नहीं... कि अब ये तन्हाई का आलम सहा जाता नहीं... #कोईआतानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi