एक आह निकलती है उसकी याद से, एक पल में घबरा जाता हूं, सुकून मिलता है सादगी पर तेरी, खुशी होती है जब पास तुम्हारे आता हूं । एक अरसे से चाह है तुम्हारी, एक जिंगदी भी शायद कम पड़ जाए, लोग पूछते है चाहत का मतलब, जब एक ही चेहरे पर मन टीक जा जाए, देववाणी है उसकी वाणी, मै बस लिखते जाता हूं, सुनो क्या कहती है वो चाहत, आगे आकर तुम्हे बताता हूं ।। ©Devraj singh rathore #devvani #bestdevraj #devrajsinghrathore #devrajkidevvani #Likho