फिरता रहता है कोई दर-बदर मुझमें कर रहा है शायद कोई घर मुझमें दो दिन की मुहब्बत नही चाहिए मुझे कोई आए तो रुके उम्रभर मुझमें #फिरता #दरबदर #घर #मुहब्बत #उम्रभर #मुझमें #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob