रूठ जो गये,वक्त रहते मान जाया करना गुस्सा जो दिखाओ,कभी चोट ना पहुंचाना दर्द जो दिल में दो,असरकारी दवा भी देते जाना प्यार जो जताओ,उसमें विश्वास की कमी मत करना मुस्कुराहट जो बिखेरो,कभी बनावटी मत दिखाना इकरार जो करो,दिल के आहट को जरा सुन लेना हक जो मांगो,मेरी हैसियत के पार ना जाना आगोश में जो लो,हया में झुकी पलकों को संभाल लेना गुनाह जो कर जाओ,बिना डरे कबूल करना नफरत जो हो जाये, कभी बददुआ ना देना मैं जान भी दे जाऊँगी तुम्हारे कहने से पहले लेकिन ये कैसे समझाऊं तुम्हे, क्या है किसी से खामोश मोहब्बत करना रूठ जो गये,वक्त रहते मान जाया करना गुस्सा जो दिखाओ,कभी चोट ना पहुंचाना दर्द जो दिल में दो,असरकारी दवा भी देते जाना प्यार जो जताओ,उसमें विश्वास की कमी मत करना मुस्कुराहट जो बिखेरो,कभी बनावटी मत दिखाना इकरार जो करो,दिल के आहट को जरा सुन लेना हक जो मांगो,मेरी हैसियत के पार ना जाना आगोश में जो लो,हया में झुकी पलकों को संभाल लेना