मेरे शिक्षक मैं कहूंगा बूझो चलो सब एक पहेली कौन है जो है समाए सब रिश्ते अकेली मुझसे नाराज़गी और कभी हंसी ठिठोली मैं कहूं शिक्षक वो मेरी या कहूं उनको सहेली बैठ कर समक्ष मुझको सही वो राह दिखाती उनको कहूं शिक्षक सिर्फ मैं या कहूं अग्रजा वो मेरी वो है मेरे संग मैं हूं बेफिकर, वो मेरे सिर की सदा छाया है बनती अब कहूं उनको पिता या कहूं शिक्षक वो मेरी उनका दिखाया मार्ग ही है जिस पर हूं चलता उनका सिखाया ज्ञान है जिस वजह से हूं इंसां उनके दिए पथ पर मिली ना कोई असफलता अब कहूं भगवान उनको या कहूं मेरी शिक्षिका मेरे हृदय को जानती, मेरी भावना पहचानती वो मुझे हमेशा डांटती अगर करूँ कोई मैं गलती वो देख-भाल में मेरी कभी कमी ना करती उनको कहूं शिक्षिका सिर्फ या कहूं है मां वो मेरी मैं कहूंगा बूझो चलो सब एक पहेली कौन है जो है समाए सब रिश्ते अकेली मुझसे नाराज़गी और कभी हंसी ठिठोली मैं कहूं शिक्षक वो मेरी या कहूं उनको सहेली बैठ कर समक्ष मुझको सही वो राह दिखाती उनको कहूं शिक्षक सिर्फ मैं या कहूं अग्रजा वो मेरी