अधूरी एक कहानी के एक किरदार जैसे है बयां कर पाये न खुद काे के हम ताे यार एेसे है। समझ पाआे समझ लेना अगर जाे दिल से समझाे ताे लगा पाये किनारे जाे की उस पतवार जैसै है किरदार