एक मुक्तक दिल से दिल तक........ मेरे लफ्ज़ो ने बांधी है प्रेम की प्रित जानेमन| मेनें लिखे है जितने भी जो सारे गीत जानेमन| समर्पण ही समर्पण था मेरे शब्दों की सीमा में जो दिल हारा वो जाने है असल में जीत जानेमन| #दुष्यंतओझा #दुष्यंतकुमारओझा दुष्यंत कुमार ओझा उदयपुर राजस्थान 9214363088 8619169664 #दुष्यंतओझा #दुष्यंतकुमारओझा #kavidushyantkumarojha