पिथल क ख़िमता बादल री,जो रोकै सुर्य उगाली न सिंहा री हातल सह लेवै, बा कूंख मिली कद स्याली न धरती रो पाणी पीवे ईसी चातक री चूंच बणी कोनी कुकर री जूण जीवेलो हाथी री बात सुणी कोनी || आ हाथां म तलवार थकां कुण रांड कवै है रजपूती म्यानां र बदलै बैरयां री छातां म रेवली सुती || महाराणा प्रताप जयंती ©RJ bheraram moond महाराणा प्रताप जयंती #RJbheraram_moond #MaharanPratapJayanti