मुझको यारों से अपनी दुआ चाहिए, दर्द दिल का मिटे वो दवा चाहिए, लोग कहते हैं आँधी जिसे हर जगह, मुझको अपने लिए वो हवा चाहिए । इश्क है क्या सभी को पता तो चले, इश्क़ में मुझको ऐसा मजा चाहिए, सांस हो आखिरी न हो कोई भी गम, मुझको बस एक सच्ची वफ़ा चाहिए। सिर्फ लोगों की यादों में जिंदा रहूं, बाग-उपवन का उड़ता परिंदा रहूं, जो भी देखे मुझे बस दुआ ही करे, ऐसे अपने प्रभु की कृपा चाहिए। मुझको यारों से अपनी दुआ चाहिए, दर्द दिल का मिटे वो दवा चाहिए। -2 ©pandit shailendra Shukla #sshukla #writer_shukla #दुआ #दवा #friends #दोस्ती #LoveOrFriendship