सर्द हवा से यादें नहीं ठिठुरी बस ज़िस्म काँपतें हैं बना के तेरी यादों का लिहाफ़ ख़ुद को ढाँपते हैं ! सर्द हवाओं में ठिठुरती रातें है, अब ओर कुछ नहीं बस, तुम्हारी यादें है। #yqbaba #yqdidi #रोnak #सर्द_रातें #यादें #yaadein #YourQuoteAndMine Collaborating with Ronak Gokhru