।। गौ माता ।। अखियों मे जिनके चंद्रमा, सूरज विराजे है, मस्तिष्क पे गोपालक गोपाल साजे है। गोबर मे जिनके लक्ष्मी,आकर करे निवास, करते है जिनकी पूछ पे, बजरंगवली बास। जिनके खुरो मे नाग,देवता रहे प्रतिक्षण , करते है रोग मुक्त तत्व, दूध के सुवर्ण । गौमूत्र पंचगव्य है, हर रोग की दवा , जिनके स्पर्श मात्र से, शुद्ध हो हवा। करती है जहाँ विचरण,रभायें जिस जगह, हो जाती पुष्प वर्षा, मिट जाती सब कलह। जन्मे है जिनके गर्भ से, गोकर्ण से ज्ञानी, गौ से बड़ा नही कोई, संसार मे दानी। तैतीस कोटि देवता,जिनमे करे नित वास, हर रोम मे गोविंद गोपाल, गाएँ हर एक स्वास गौ माता पूज्यनीय है गौ, ममता का स्वर्रूप, धरती पे चलता फिरता, मंदिर है गौ का रूप।। .......सोनाली सेन सागर( मध्य प्रदेश) #प्यारी_मुन्नो ♥️😘 ©SONALI SEN ।। गौ माता ।। अखियों मे जिनके चंद्रमा, सूरज विराजे है, मस्तिष्क पे गोपालक गोपाल साजे है। गोबर मे जिनके लक्ष्मी,आकर करे निवास, करते है जिनकी पूछ पे, बजरंगवली बास। जिनके खुरो मे नाग,देवता रहे प्रतिक्षण , करते है रोग मुक्त तत्व, दूध के सुवर्ण । गौमूत्र पंचगव्य है, हर रोग की दवा ,