वह कौन है पता नही फिर भी मुझे अच्छी लगती है.. सावले रंगो कि, बडे आखो कि घुंगराले बालो कि है ओ.. वह कोन है पता नही फिर भी मुझे अच्छी लगती है.. जब उसकि बालो कि लट आखो पर आती है ... वह अपने हाथो से लट को सवारती है ! बडी जालीम नजर है उसकी ! वह कौन है पता नही फिर भी मुझे अच्छी लगती है.. ganesh #वह#कौनहै#पतानहीं