सदियों की मेहनत पे अंधेरों का नाशक, सोहरत की तलाश पे खुद की बलि कर देने के लिए। अपने आप में जूनून जगाने के लिए, जिस पंछी की तलाश कर रहा । वो भोर का पंछी कहां दिख रहा है।।। #bhor_का_पंछी_की_#तलाश