खौफ़जदा हूँ तेरा ये रुप देख कर.... गुमशुदा हूँ दिल के हालात देख कर.. शर्मिंदा हूँ अपने प्रेम की कश्ती पे.... जिन्दा हूँ मैं फ़िर देख सूरत हँसती से.... गुमसुम हूँ अब भी तेरी धुन की मस्ती में..... मैं क्यूं जिन्दा हूँ इस सूरत हँसती से..... हैरान हूँ मैं धुन, तेरी बोली बिसराई से.... परेशान हूँ ना जाने क्यूँ तेरी परछाई से... हाँ उदास हूँ मैं, यूँ तेरे दूर चले जाने से..... जाना ही है तो बहुत दूर जा किसी बहाने से... July 31, 2022 ©Astha Raj Dhiren #sharmindgi.....